दुःख में सुमिरन सब करे, सुख में करे न कोय। जो सुख में सुमिरन करे, तो दुःख काहे को होय।। प्रिय साथियों प्रणाम ! प्रार्थना सभा विद्यालय में हमारे दिन का शुभारंभ है। प्रभावी प्रार्थना सभा न केवल विद्यार्थियों बल्कि शिक्षकों के मन को भी शांत, एकाग्र चित् और प्रसन्न बना देती है। और जब दिन की शुरुआत ऐसी हो तो निस्संदेह हमारा पूरा दिन बड़ा शानदार गुजरता है और हम मनोयोग से अपने कार्य को एन्जोय करते हैं। प्रार्थना सभा में सरस्वती वंदना के पश्चात ईश वंदना का विशेष महत्व है। हम जगत् के पालक ईश्वर से समस्त सृष्टि के लिए दया की कामना करते हुए स्वयं दयामय हो जाते हैं। इसी प्रयोजन से इस पोस्ट में मैने बहुत अच्छी पांच ईश वंदनाएं संकलित की हैं जिनको आप अपने विद्यालय की प्रार्थना सभा में स्थान देकर उसकी श्री वृद्धि कर सकते हैं । आशा करता हूँ मेरा ये तुच्छ प्रयास आपकी कृपादृष्टि प्राप्त करेगा। मिलता है सच्चा सुख,,,, (ईश वंदना-1) मिलता है सच्चा सुख केवल भगवान तुम्हारे चरणों में -२ यह विनती हर पल भगवन रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में मिलता है सच्चा सुख,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, चाहे
विद्यालय में सत्र पर्यन्त आयोजित सह शैक्षिक गतिविधियों, उत्सव, पर्व तथा हर छोटे बड़े आयोजन में आपकी सफलता के लिए श्रेष्ठ संकलन आपको एक ही पेज पर मिलेगा। जो शिक्षक, विद्यार्थी या आगन्तुक हर भूमिका में आपको श्रेष्ठतम स्थापित करेगा।